यूरोपीय हिन्दी कॉन्फ्रेंस और स्पेन : जैसा मैंने देखा
- (डॉ.) कविता वाचक्नवी
- (डॉ.) कविता वाचक्नवी
गत दिनों स्पेन के वय्यादोलिद विश्वविद्यालय में 15 से 17 मार्च को आयोजित होने जा रही यूरोपीय हिन्दी संगोष्ठी 2012 की सूचना देते हुए उसके विभिन्न सत्रों का उल्लेख किया था। यहाँ क्लिक कर उसे देखा जा सकता है।
तत्पश्चात् उसके विविध सत्रों, भागीदारी करने वाले विद्वानों व स्पेनिश मीडिया में उसकी कवरेज की कड़ियों सहित एक छोटी रिपोर्टनुमा जानकारी इस लिंक पर दी थी - देखें।
इस चार दिन के अपने प्रवास में अपने कैमरे से मैंने अनेकानेक चित्र भी लिए। इस प्रक्रिया में कुछ मित्रों ने भी इस तरह सहयोग दिया कि मैंने कई बार कैमरा उन्हें थमाया ताकि अपने कैमरे में मेरे भी कुछ चित्र आ सकें।
विशेष बात यह है कि संगोष्ठी कक्ष से बाहर लिए गए सभी चित्र चलते-चलते धड़ाधड़ खीचे गए हैं और संगोष्ठी कक्ष के सभी चित्र अपनी कुर्सी पर बैठे-बैठे। इसलिए कुछ चित्र अपनी धज में पूर्ण या अच्छे नहीं भी आ सके हैं।
17 मार्च का पूरा दिन मेड्रिड में घूमते हुए बिताया। वहाँ से सायं फ्लाईट के टेक ऑफ करने के बाद आकाश से भी जब तक स्पेन दीखता रहा, तब तक के चित्र लिए किन्तु मेरे पिकासा की सीमा इन 300 से अधिक चित्रों को अपलोड करने में पूरी चुक गई व अब उनके लिए यहाँ अवकाश नहीं होने से प्रारम्भ के व अंत के अनेक चित्र छोड़ दिए हैं। शेष सभी चित्र स्लाईड के रूप में यहाँ आप सब से बाँट रही हूँ। अपनी अपनी प्रतिक्रिया से अवश्य अवगत करवाइएगा।
कविता जी
जवाब देंहटाएंआशीर्वाद
बहुत बहुत बधाई वा शुभ कामनाये
बहुत सुंदर चित्र तथा हिंदी सिमिती (कोनफ्रंस) मन प्रसन्न हुआ आशा है भविष्य में ऐसा होता रहेगा
धन्यवाद
वाह. इतने चित्र कि पेट भर गया ☺
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर. मैं भी घूम आया आपके साथ साथ
दर्शनीय.
जवाब देंहटाएंकविता जी
जवाब देंहटाएंसुंदर-सुंदर फोटोस देखकर मजा आ गया ,यूरोपीय हिन्दी कॉन्फ्रेंस ऑफ़ स्पेन में
आप सभी का सम्पूर्ण दिल से महत्त्वपूर्ण योगदान देखकर दिल अति प्रसन्न हुआ आप सभी बधाई के पात्र है
शुभ कामनाये एवं बहुत बहुत बधाई
धन्यवाद
फोटोग्राफी की कला में भी आप कम नहीं...चित्र बहुत अच्छे लगे.
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